‘कोचिंग@कोटा’ उपन्यास नायक समीर के माध्यम से किशोर बच्चों के मनोभावों, ऊहापोह, संघर्षशील दिनचर्या, अकेलेपन और संगति-कुसंगति के परिणाम की ऐसी कहानी है जिससे हर पाठक स्वयं को कनेक्ट करता है। आज कोटा सपनों की दुनिया का प्रवेश द्वार है। जहाँ सपने साकार भी होते हैं और बिखर भी जाते हैं।
अरुण अर्णव खरे
यांत्रिक अभियंता